भांग लस्सी, इसे पुष्कर में ‘स्पेशल-लस्सी’ भी कहते हैं। इस शब्द का अर्थ होता है पावर-लस्सी, यह तो लस्सी है बिल्कुल, बस इसमें कैनबिस मिला होता है। इस मासूम दिखने वाली ड्रिंक को अगर आप सावधानी से न पिएं, तो यह आपको कुछ ही घंटों में नरक या स्वर्ग तक ले जा सकती है।भांग लस्सी का अनुभव करना मेरी ‘तो-दो-लिस्ट’ में काफी समय से था,
एक दिन, मैंने सोचा कि पुष्कर का सफर कुछ अलग करें, और मैंने अपने साथियों के साथ भांग लस्सी पीने का फैसला किया। मेरी सोच थी, कि यह अनुभव मेरे जीवन में कुछ नया लाएगा। लेकिन क्या हुआ मेरे साथ? चलिए, सुनते हैं मेरे अनुभव को।
भांग लस्सी का पहला अनुभव
मैंने सुना था भांग लस्सी के बारे में और मैंने अपने सपनों में भी इसका अनुभव किया था। इसलिए, जब पुष्कर का सफर आया, तो भांग लस्सी का अनुभव करने का मेरे लिए एक नया सफर था।
भांग लस्सी का इंतजार
दिन का वक्त था, और लस्सी के लिए सब तैयार थे।मैंने लंच स्किप किया और सीधा लस्सी की तरफ बढ़ा। लेकिन क्या मैं तैयार था इस अनोखे अनुभव के लिए?
भांग लस्सी की पहली झलक
मैंने लस्सी पीने का फैसला किया, लेकिन मैंने नहीं सोचा था कि यह इतना मुश्किल होगा। लस्सी पीकर पहले 45 मिनट तक सब ठीक था, लेकिन फिर क्या हुआ?
भांग लस्सी का असर
लस्सी पीने के कुछ ही देर बाद, मैं बाबा बन गया, बाबा का शरीर धीरे-धीरे ढीला होने लगा। उसका अनुभव बदल गया, और मैं बाबा कुछ अनजान सी दुनिया में चला गया। बाबा का अनुभव एक ऐसा सफर पर था, जहां जीवन और मौत के बीच का राज देखा। उसके साथ उसके साथियों का भी अनोखा अनुभव था। जैसे जीवन मौत के साथ स्वर्ग की अप्सराओं के बीच बाबा अकेला स्वर्ग का रक्षक था जो सारी स्वर्ग को अब नरक में ले कर जाने वाला था
भांग लस्सी का उपाय और सलाह
मैंने सभी को सलाह दी कि भांग लस्सी का अनुभव करने से पहले, कुछ जरूरी उपायों का ध्यान रखें। जैसे कि लस्सी को खुद देखें, धीरे-धीरे पिएं, और अगर जरूरत पड़ी तो सो जाएं।
भांग लस्सी अनुभव का अंत और अंतिम विचार
मेरा भांग लस्सी का सफर खत्म हुआ, लेकिन मेरे दिमाग में एक सवाल बाकी रहा – क्या फिर से भांग लस्सी का अनुभव किया जाये?